रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो – मोहसिन नकवी

मोहसिन नकवी उर्दू शायरी के एक बड़े नाम वाले शायर हैं. उनकी लिखी हुई एक ग़ज़ल आज पढ़िए – “रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो”

Mohsin Naqvi

रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो

रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो
आँख सच बोलती हैं प्यार छुपाया न करो

लोग हर बात का अफ़साना बना लेते हैं
सबको हालात की रूदाद सुनाया न करो

ये ज़ुरूरी नहीं हर शख़्स मसीहा ही हो
प्यार के ज़ख़्म अमानत हैं दिखाया न करो

शहर-ए-एहसास में पथराव बहुत हैं ‘मोहसिन’
दिल को शीशे के झरोखों में सजाया न करो

Listen to this ghazal in the voice of Ghulam Ali on – Youtube Music, Gaana.