फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ भारतीय उपमहाद्वीप के एक विख्यात पंजाबी शायर थे. वे उर्दू शायरी के सबसे बड़े नाम में गिने जाते हैं. उनकी एक ग़ज़ल सुनिए – “आपसे दिल लगा के देख लिया”.
राजे-उल्फत छुपा के देख लिया
दिल बहुत कुछ जला के देख लिया
राजे-उल्फत छुपा के देख लिया
और क्या देखने को बाकी है
आपसे दिल जगा के देख लिया
राजे-उल्फत छुपा के देख लिया
वो मेरे होके भी मेरे न हुए
उनको अपना बना के देख लिया
राजे-उल्फत छुपा के देख लिया
तकमील हम भी हो न सके
इश्क को आजमा के देख लिया
राजे-उल्फत छुपा के देख लिया
दिल बहुत जला के देख लिया
कोई कभी तकमील नहीं हुआ
‘फैज़’ तकमील हम भी हो न सके.