Patta Patta Boota Boota Lyrics – Listen to one of the Melodious Romantic Ghazal Patta Patta Boota Boota written by Meer Taqi Meer and which is sung by Ghulam Ali from the Album Shaam E Ghazal.
Song :- Patta Patta Boota Boota
Artist :- Ghulam Ali
Music Director :- Ghulam Ali
Lyricist :- Meer Taqi Meer
Mood :- Sadness
Patta Patta Boota Boota Lyrics
पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है
लगने न दे बस हो तो उस के गौहर-ए-गोश को बाले तक
उस को फ़लक चश्म-मह-ओ-ख़ुर की पुतली का तारा जाने है
आगे उस मुतकब्बिर के हम ख़ुदा ख़ुदा किया करते हैं
कब मौजूद ख़ुदा को वो मग़रूर-ए-ख़ुद-आरा जाने है
आशिक़ सा तो सादा कोई और न होगा दुनिया में
जी के ज़ियाँ को इश्क़ में उस के अपना वारा जाने है
चारागरी बीमारी-ए-दिल की रस्म-ए-शहर-ए-हुस्न नहीं
वर्ना दिलबर-ए-नादाँ भी इस दर्द का चारा जाने है
क्या ही शिकार-फ़रेबी पर मग़रूर है वो सय्याद बचा
ताइर उड़ते हवा में सारे अपने असारा जाने है
मेहर ओ वफ़ा ओ लुत्फ़-ओ-इनायत एक से वाक़िफ़ इन में नहीं
और तो सब कुछ तंज़ ओ किनाया रम्ज़ ओ इशारा जाने है
क्या क्या फ़ित्ने सर पर उस के लाता है माशूक़ अपना
जिस बे-दिल बे-ताब-ओ-तवाँ को इश्क़ का मारा जाने है
रख़नों से दीवार-ए-चमन के मुँह को ले है छुपा यानी
इन सुराख़ों के टुक रहने को सौ का नज़ारा जाने है
तिश्ना-ए-ख़ूँ है अपना कितना ‘मीर’ भी नादाँ तल्ख़ी-कश
दुम-दार आब-ए-तेग़ को उस के आब-ए-गवारा जाने है
Patta Patta Boota Boota Lyrics in English
Patta patta, buta buta, haal hamaara jaane hai
Jaane n jaane gul hi n jaane, baag to saara jaane hai
Koi kisi ko chaahe, to kyon gunaah samajhate hai log
Koi kisi ki khaatir tadape agar to hnsate hain log
Begaana alam hai saara, yahaan to koi hamaara
Dard nahin pahachaane hain
Chaahat ke gul khilenge, chalati rahen hajaar andhiyaan
Ham to isi chaman men baandhege pyaar ka ashiyaan
Ye duniya bijali giraae, ye duniya kaanten bichhaae
Ishk magar kab maane hai
Dikhalaaenge jahaan ko, kuchh din jo jindagaani hai aur
Kaise na ham milenge, hamane bhi dil men thhaani hai aur
Abhi matawaale dilon ki, mohabbat waale dilon ki
Baat koi kya jaane hai