ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया – बेगम अख्तर

Ae Mohabbat Tere Anjaam Pe Rona Aya is a beautiful ghazal that is penned by Shakeel Badayuni. This ghazal has been sung by Begum Akhtar.

Shakeel Badayuni

Song :- Ae Mohabbat Tere Anjaam Pe Rona Aya
Singer :- Begum Akhtar
Music Director :- Murli Manohar Swarup
Lyricist :- Shakeel Badayuni

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया 

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया

यूँ तो हर शाम उमीदों में गुज़र जाती है
आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया

कभी तक़दीर का मातम कभी दुनिया का गिला
मंज़िल-ए-इश्क़ में हर गाम पे रोना आया

मुझ पे ही ख़त्म हुआ सिलसिला-ए-नौहागरी
इस क़दर गर्दिश-ए-अय्याम पे रोना आया

जब हुआ ज़िक्र ज़माने में मोहब्बत का ‘शकील’
मुझ को अपने दिल-ए-नाकाम पे रोना आया