He was a poet of post-Chhayavaad period, and he wrote several collections of Hindi poems including “Umang” (published in 1933).The names of famous poetry collections such as Umang, Ragini, panchhi, Neelima, Himalaya ne Pukara etc. are notable in their important works. He also wrote collections of Nepali poem as ‘Kalpana’.
He was also a journalist and edited at least four Hindi magazines, namely, Ratlam Times, Chitrapat, Sudha, and Yogi.
गोपाल सिंह नेपाली हिन्दी एवं नेपाली के प्रसिद्ध कवि थे। उन्होने बम्बइया हिन्दी फिल्मों के लिये गाने भी लिखे। वे एक पत्रकार भी थे जिन्होने “रतलाम टाइम्स”, चित्रपट, सुधा, एवं योगी नामक चार पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। सन् १९६२ के चीनी आक्रमन के समय उन्होने कई देशभक्तिपूर्ण गीत एवं कविताएं लिखीं जिनमें ‘सावन’, ‘कल्पना’, ‘नीलिमा’, ‘नवीन कल्पना करो’ आदि बहुत प्रसिद्ध हैं।
(Source: As read on Wikipedia)
Gopal Singh Nepali Poems
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Some Latest Added Poems of Gopal Singh Nepali
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- दीपक जलता रहा रातभर – गोपाल सिंह नेपाली
- भाई बहन – गोपाल सिंह नेपाली
- आ रहे तुम बनकर मधुमास – गोपाल सिंह नेपाली
- नई उमरिया प्यासी है – गोपाल सिंह नेपाली
- बाबुल तुम बगिया के तरुवर – गोपाल सिंह नेपाली
- यह दिया बुझे नहीं – गोपाल सिंह नेपाली
- उस पार – गोपाल सिंह नेपाली
- गरीब का सलाम ले – गोपाल सिंह नेपाली
- मेरी दुल्हन सी रातों को … – गोपाल सिंह नेपाली
- प्रार्थना बनी रही – गोपाल सिंह नेपाली