Kedar Nath Singh’s poetry is characterized by simple, everyday language and images that string together to convey complex themes.
केदारनाथ सिंह, हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष २०१३ का ४९वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था। वे यह पुरस्कार पाने वाले हिन्दी के १०वें लेखक थे।
(Source: As read on Wikipedia)
Kedarnath Singh Poems
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Some Latest Added Poems of Kedarnath Singh
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- सृष्टि पर पहरा – केदारनाथ सिंह
- यह पृथ्वी रहेगी – केदारनाथ सिंह
- छोटे शहर की एक दोपहर – केदारनाथ सिंह
- चट्टान को तोड़ो वह सुन्दर हो जायेगी – केदारनाथ सिंह
- गर्मी में सूखते हुए कपड़े – केदारनाथ सिंह
- कुछ सूत्र जो एक किसान बाप ने बेटे को दिए – केदारनाथ सिंह
- दीपदान – केदारनाथ सिंह
- तुम आयीं – केदारनाथ सिंह
- झरने लगे नीम के पत्ते बढ़ने लगी उदासी मन की – केदारनाथ सिंह
- जूते – केदारनाथ सिंह