मुकाम – अमृता प्रीतम

अमृता प्रीतम पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी. प्रस्तुत है उनकी एक बेहद चर्चित और खूबसूरत कविता जिसका शीर्षक है – मुकाम

Amrita Preetam

क़लम ने आज गीतों का क़ाफ़िया तोड़ दिया
मेरा इश्क़ यह किस मुकाम पर आ गया है

देख नज़र वाले, तेरे सामने बैठी हूँ
मेरे हाथ से हिज्र का काँटा निकाल दे

जिसने अँधेरे के अलावा कभी कुछ नहीं बुना
वह मुहब्बत आज किरणें बुनकर दे गयी

उठो, अपने घड़े से पानी का एक कटोरा दो
राह के हादसे मैं इस पानी से धो लूंगी…