Moko Kahan Dhunde Ae Bande Lyrics – The Kabir Bhajan Moko Kahan Dhunde Ae Bande is sung by Anup Jalota while Shank and Neel has composed the music. Moko Kahan Dhunde Ae Bande Lyrics is another Kabir Bhajan Gem.
Title : Moko Kahan Dhunde Ae Bande Lyrics
Album: Kahat Kabir
Singer : Anup Jalota
Music : Shank, Neel
Lyrics : Traditional & Commentary – Pt Kiran Mishra
Recorded By : Hassan Shaikh
Moko Kahan Dhunde Ae Bande Lyrics in Hindi (मोको कहां ढूंढे रे बंदे)
मोको कहां ढूंढे रे बंदे,
मैं तो तेरे पास में ।
ना तीरथ में ना मूरत में,
ना एकांत निवास में ।
ना मंदिर में, ना मस्जिद में,
ना काबे कैलाश में ।
ना मैं जप में, ना मैं तप में,
ना मैं व्रत उपवास में ।
ना मैं क्रिया क्रम में रहता,
ना ही योग संन्यास में ।
नहीं प्राण में नहीं पिंड में,
ना ब्रह्माण्ड आकाश में ।
ना मैं त्रिकुटी भवर में,
सब स्वांसो के स्वास में ।
खोजी होए तुरंत मिल जाऊं,
एक पल की ही तलाश में ।
कहे कबीर सुनो भाई साधो,
मैं तो हूँ विश्वास में ।
मोको कहां ढूंढे रे बंदे,
मैं तो तेरे पास में ।
Moko Kahan Dhunde Ae Bande Video
Loved the Kabir Bhajan Moko Kahan Dhunde Ae Bande Lyrics? Now watch the Youtube video and Audio.