मेरा फूल नहीं खिलता है – केदारनाथ अग्रवाल

केदारनाथ अग्रवाल प्रगतिशील काव्य-धारा के एक प्रमुख कवि हैं. आज उनकी एक बेहद खूबसूरत हिंदी कविता “मेरा फूल नहीं खिलता है” पढ़िए.

Kedarnath Agarwal

मेरा फूल नहीं खिलता है,
सूने और अकेलेपन में,
सूनेपन के जर्जर वन में,
बंध्या धरती के आँगन में।

मेरा फूल सदा खिलता है,
ऊँचे चौड़े वक्षस्थल पर,
कर्मठ हाथों के करतल पर,
युग के बजते
पल प्रतिपल पर।