Mann Tohe Kehi Vidhi Samjhaun Lyrics – The Kabir Bhajan Mann Tohe Kehi Vidhi Samjhaun is sung by Anup Jalota while Shank and Neel has composed the music. Mann Tohe Kehi Vidhi Samjhaun Lyrics is another Kabir Bhajan Gem.
Title : Kehi Samujhavau Sab Jag Andha
Album: Kahat Kabir
Singer : Anup Jalota
Music : Shank, Neel
Lyrics : Traditional & Commentary – Pt Kiran Mishra
Recorded By : Hassan Shaikh
Mann Tohe Kehi Vidhi Samjhaun Lyrics in Hindi
मन तोहि किस विधि मैं समझाऊँ ।।
सोना होय सोहाग मँगाऊँ , बंकनाल रस लाऊँ ।
ज्ञान शब्द की फूंक चलाऊँ , पानी कर पिघलाऊँ ॥१ ॥
घोड़ा होय तो लगाम लगाऊँ , ऊपर जीन कसाऊँ ।
होय सवार तेरे पर बैतूं , चाबुक देइ चलाऊँ ॥२ ॥
हाथी होय तो जंजीर गड़ाऊँ , चारों पैर बँधाऊँ ।
होय महावत सिर पर बैतूं , अंकुश लेइ चलाऊँ ॥३ ॥
लोहा होय तो अरणी मँगाऊँ , ऊपर धुआँ धुवाऊँ ।
धूआँ की घनघोर मचाऊँ , यन्तर तार खिचाऊँ ॥४ ॥
ज्ञान चाहिये ज्ञान सिखाऊँ , सत्य की राह बताऊँ ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो , अमरापुर पहुँचाऊँ ॥५ ॥